International

International Seminar

अन्तर्राष्ट्रीय सेमीनार

अन्तर्राष्ट्रीय सेमीनार

  • Upadhyay, Dr. Rakhi (2011), Participated, International Conference on New Horizons in Microbial Biotechnology and Pharmaceutical Sciences. Organized by Himachal (P.G.) Institute of Life Sciences Paonta Sahib, Distt. Sirmor, April 24th – 25th.
  • उपाध्याय, डॉ. राखी (2011), अन्तर्राष्ट्रीय संस्कृत शोध सम्मेलन में भारतीय संस्कृति और उपनिषद्, पर शोध-पत्र प्रस्तुत किया, उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय, हरिद्वार, 9, 10, 11 सितम्बर ।
  • Upadhyay, Dr. Rakhi (2012), Participated the International Conference on „Recent Trends in Climate Change Researches vis-a-vis Biodiversity‟, Organized by Department of Zoology, Mahatma Jyotiba Phule, Rohilkhand University, Barielly, Dated 3-4 December 2013.
  • Upadhyay, Dr. Rakhi (2013), Participated the 1st International Conference on “New Horizons in Pharmaceutical & Biomedical Sciences”, Organized by Sheetal Lifesciences (P) Ltd., Dehradun and Society of Environment, Health & Biotech, at Shri Ram Auditorium, Sidhhartha College of Pharmacy, Dehradun (U.K.), Dated 12-13 January 2013.
  • Upadhyay, Dr. Rakhi (22-24 Feb 2014), Participated the international conference, Patiyala, “Prospects of Environmental Educational” at Dehradun, Uttarakhand. Organized by Dept. of Zoology, Patiala.
  • Upadhyay, Dr. Rakhi (March 2014). International Seminar Deptt. of Zoology, Lucknow University, Lucknow. “State of Environment in India Today : A study of Environmental Perception and Human Spatial Behaviour with Reference to Indian City”. (Paper Communicated)
  • उपाध्याय, डॉ. राखी (2017), अन्तरराष्ट्रीय सेमिनार "The Himalayan Challenge : Towards Interdisciplinary Dialogues for sustainability and development" दून विश्वविद्यालय तथा श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड के तत्त्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय (29, 30 नवम्बर तथा 01 दिसम्बर 2017) सेमिनार में “ई-कचरा (इलैक्ट्रॉनिक कचरा) की समस्या और प्रबंधन के सुझाव” पर शोध पत्र प्रस्तुत किया ।
  • उपाध्याय, डॉ. राखी (2017), अन्तरराष्ट्रीय शोध संगोष्ठी “राष्ट्रवाद की संकल्पना और उसके विविध परिदृश्य“ केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा एवं माध्व महाविद्यालय, ग्वालियर के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित दो दिवसीय सेमीनार (16-17 दिसम्बर 2017) में ‘राष्ट्रवाद और मानवाधिकार’ पर शोध पत्र प्रस्तुत किया ।
  • उपाध्याय, डॉ. राखी (2017), कालिदास अकादमी, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित- अन्तर्राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी में दिनांक 7.11.2017 को ‘भारतीय शिक्षा में मानवीय मूल्य’ विषय पर शोध-पत्र प्रस्तुत किया ।
  • उपाध्याय, डॉ. राखी (2018), डॉ. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा, साहित्य अकादमी, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार तथा हिंदी वैश्विक संस्थान, नीदरलैंडस, यूरोप के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित अन्तराष्ट्रीय संगोष्ठी ‘प्रवासी हिन्दी साहित्य: दशा एवं दिशा’ (12 तथा 13 जनवरी 2018) को प्रवासी हिंदी साहित्य और महिला कहानीकार पर शोध पत्र प्रस्तुत किया ।
  • उपाध्याय, डॉ. राखी (2018), 4th International Conference on “Developing Human Values through Yoga” तथा Uttarakhand Sanskrit University, Haridwar के संयुक्त तत्त्वावधन में (दिनांक 24 तथा 25 फरवरी 2018) में सामाजिक रूपान्तरण हेतु योग की आवश्यकता पर शोध पत्र प्रस्तुत किया ।
  • उपाध्याय, डॉ. राखी (2018), डॉ. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, आगरा, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय, ऑक्सफोर्ड एवं कथा (यू.के.) लंदन के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी, ‘यू.के. में हिन्दी प्रवासी साहित्य (तेजेन्द्र शर्मा के विशेष संदर्भ में) दिनांक 24 नवम्बर 2018 को ‘तेजेन्द्र शर्मा की प्रतिनिधि कहानियों में स्त्री विमर्श’ विषय पर अपना शोध-पत्र प्रस्तुत किया ।
  • उपाध्याय, डॉ. राखी (2019), विद्वत्-महासभा तथा उ.प्र. भाषा संस्थान, लखनऊ एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में अन्तरराष्ट्रीय शोध-संगोष्ठी, वृन्दावन में दिनांक 10-11 अक्टूबर 2019, विषय ‘भारतीय साहित्य में कृष्ण’ के अन्तर्गत “महाभारत में वर्णित श्रीकृष्ण के विविध रूप“ पर शोध पत्र प्रस्तुत किया ।
  • उपाध्याय, डॉ. राखी (2019), काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित तीन अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी ‘भारतीय धर्म, दर्शन अैर साहित्य’ दिनांक 25-27 फरवरी 2019 (तीन दिवसीय) में विषय ‘वैदिक दर्शन में अवतार और अवतारवाद’ पर शोध पत्र प्रस्तुत किया ।
  • उपाध्याय, डॉ. राखी (2019), विश्व हिन्दी परिषद एवं राजभाषा विभाग गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, दिनांक 13-14 सितम्बर, 2019 “बहुआयामी गाँधी: विविध परिदृश्य’ शीर्षक के अन्तर्गत “गाँधीवाद का चिन्तन तथा व्यावहारिक दृष्टिकोण“ शोध पत्र प्रस्तुत किया ।
  • Updhayay, Rakhi (2019). International Conference on Contemporary Issues of Climate Change, Conservation of Biodiversity and Natural Resources in Himalayan Environment. 14-16 November 2019 (India). Organized by Department of Zoology, Govt. Post Graduate College, New Tehri, Uttarakhand. Paper presented on "पर्यावरण जागरूकता में सूचना तकनीकी की भूमिका"
  • उपाध्याय, डॉ. राखी (2019), साहित्य संचय फांउडेशन एवं अयोध्या शोध संस्थान संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी शनिवार 23 नवम्बर 2019 में “पुराणों में विष्णु और उनके अवतार राम“ विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किया ।
  • उपाध्याय, डॉ. राखी (2021), टिचर एजूकेशन विभाग, डी.ए.वी. (पी.जी.) कॉलेज तथा काउन्सिल फॉर एजूकेशन, एडमिनिस्ट्रेशन एण्ड मैनेजमेंट (CEAM), उत्तराखण्ड चेप्टर के संयुक्त तत्त्वधान में आयोजित दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस (20-21 अगस्त, 2021) में “उत्तराखण्ड में पर्यावरण शिक्षा की संभावनाओं“ पर शोध पत्र प्रस्तुत किया ।
  • उपाध्याय, डॉ. राखी (2021), उपाधि महाविद्यालय, पीलीभीत द्वारा इण्डियन इकोनॉमिक एसोसिएशन तथा विश्व हिंदी मंच के संयुक्त तत्त्वाधान में आयोजित एवं उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान द्वारा वित्त पोषित दो दिवसीय (11-12 दिसम्बर, 2021) अन्तर्राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी में “राष्ट्रीय चेतना के विकास में समाज और साहित्य का योगदान“ विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया ।
  • उपाध्याय, डॉ. राखी (2022), विश्व हिंदी मंच द्वारा वृंदावन में आयोजित एवं उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान, लखनऊ, द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय (12-13 फरवर 2022) अन्तर्राष्ट्रीय शोध-संगोष्ठी, में स्वतंत्रता आन्दोलन और राष्ट्रवादी साहित्य“ पर व्याख्यान प्रस्तुत किया ।
  • उपाध्याय, डॉ. राखी (2022), आजादी के अमृत महोत्सव के उपलख्य में हिन्दी भाषा एवं साहित्य सम्मेलन समिति के अध्यक्ष के रूप में उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान के संयुक्त तत्त्वावधान में दिनांक 07-08 अगस्त 2022 को अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन “भारतीय साहितय में राष्ट्रीय चेतना“ विषय पर संगोष्ठी की संयोजिका के रूप में कार्य किया।